ind vs eng Wicketkeeper Dhruv Jurel reacts to maiden Test selection call shares his cricket journey – IND vs ENG : ध्रुव जुरेल के लिए आसान नहीं रहा क्रिकेट में करियर बनाना, किट के लिए मां को बेचनी पड़ गई सोने की चेन, Cricket News

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अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति ने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैच की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले के लिए टीम का ऐलान किया है, जिसमें युवा बल्लेबाज ध्रुव जुरेल के नाम ने सबको चौंकाया है। रोहित शर्मा 16 सदस्यीय टीम का नेतृत्व करेंगे, जबकि जसप्रीत बुमराह उपकप्तान होंगे। उत्तर प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने आईपीएल के पिछले सत्र में सुर्खियां बटोरी थी। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लाल गेंद प्रारूप में अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी और अब नियमित तौर पर भारत ‘ए’ टीम का हिस्सा है। ध्रुव जुरेल ने अपनी क्रिकेट जर्नी को लेकर एक किस्सा शेयर किया है, जोकि काफी इमोशनल और प्रेरणादायक है। 

ध्रुव जुरेल इस समय अहमदाबाज में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट में भारत ए का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ध्रुव को भारतीय टीम में बैकअप विकेटकीपर के रूप में चुना गया था। ईशान किशन की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता ने चयनकर्ताओं को युवा खिलाड़ी की ओर रुख करने के लिए मजबूर किया। ध्रुव जुरेल को भारतीय कैप हासिल करने के लिए इंतजार करना होगा क्योंकि केएस भरत और केएल बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में मौजूद हैं। हालांकि ध्रुव के पास विराट कोहली, रोहित शर्मा, अश्विन और बुमराह जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का सुनहरा मौका मिलेगा।

ध्रुव जुरेल 14 साल की उम्र में आर्थिक तंगी और सपोर्ट ना मिलने की वजह से क्रिकेट छोड़ने का मन बना चुके थे। ध्रुव ने पिछले साल जून में हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में अपने क्रिकेट करियर से जुड़ी जर्नी के बारे में बात की थी। 

ध्रुव के पिता नेम सिंह जुरेल नहीं चाहते थे कि उनका बेटा खेल में अपना करियर बनाए। वह चाहते थे कि उनका बेटा उनके नक्शेकदम पर चले और रक्षा बलों में शामिल हो जाए या सरकारी नौकरी कर ले। 14 साल की उम्र में आर्थिक तंगी के कारण क्रिकेट बैट ना मिलने पर उन्होंने घर छोड़ने की धमकी दे दी थी। हालांकि ध्रुव की मां ने अपनी सोने की चेन बेच दी, जिसके बाद ध्रुव के लिए पैसों का इंतजाम हो सका। 

ध्रुव ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा था, ”उस वक्त तो एहसास नहीं हुआ लेकिन बाद में मैं समझा कि कितना बड़ा त्याग था। इसके बाद मैं और अधिक दृढ़ हो गया।”

ध्रुव जुरेल ने भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिलने के बाद दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में कहा, ”मैं आर्मी स्कूल में पढ़ता था। छुट्टी के समय मैंने क्रिकेट कैंप ज्वाइन करने का फैसला किया। मैंने फॉर्म भरा लेकिन पिता को नहीं बताया। जब उन्हें पता चला उन्होंने मुझे डांटा। हालांकि उन्होंने क्रिकेट बैट खरीदने के लिए 800 रुपये उधार लिए। इसके बाद मैंने उन्हें बताया कि मुझे क्रिकेट किट की जरूरत है। मैंने उन्हें बताया कि ये 6-7 हजार के करीब आएगा। इस पर उन्होंने मुझे क्रिकेट छोड़ने के लिए कहा। लेकिन मैं जिद पर अड़ गया और खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। तब मेरी मां ने अपने सोने की चेन बेच दी और मेरे लिए क्रिकेट किट खरीदा।”

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